Dr Sushil Kumar

बचपन

Last updated on Saturday, August 24th, 2019


 

बचपन , खुशियों से भरा 

 

कुछ रोना , कुछ हँसना 
कुछ खाना , कुछ खेलना 
दिन में सोना, रात में सोना 
माँ की ममता 
उसका फटकारना 
लोरी सुनाना 
जिद करना 
तोड़ना -फोड़ना 
चुटकी काटना , नाखून मारना 
पानी के साथ खेलना 
बरसात में नहाना 
कागज़ की नाव चलाना 
तितलियों को पकड़ना 
कच्चे फल तोड़ना 
सबकुछ बचपन में ही तो है 
यादें ही तो है बचपन 
बचपन है कितना सुन्दर 
कितना अपना है बचपन 
बचपन , खुशियों से भरा 
बचपन  यादों से भरा 
हमेशा मीठा
मीठा है बचपन 
उसका बचपन इसका बचपन 
तेरा बचपन मेरा बचपन 
 
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