Last updated on Thursday, August 22nd, 2019
नेता कुर्सी पर जब
सवार हो गया
तो , आदर्श कुर्सी के पीछे
टँग कर रह गया ।
कितना भ्रष्ट , असभ्य, धोखेबाज,
ये नेता हो गया ।
घूस-खोरी, चापलूसी, दंगा-फसाद
नेता की , कर्तव्य- निष्ठा हो गया।
वाह रे !
अब तो देश के नेतृत्व का
आधार भी
इंसानो कि जात हो गया ।
आदर्श रक्खे हैं ,
जिन्होने जनता के सामने ,
देखो तो दफ्तर में उनके
वो ही कुर्सी के पीछे हो गया ।
नेता कुर्सी पर जब सवार हो गया
तो आदर्श कुर्सी के पीछे
टँग कर रह गया ॥
सवार हो गया
तो , आदर्श कुर्सी के पीछे
टँग कर रह गया ।
कितना भ्रष्ट , असभ्य, धोखेबाज,
ये नेता हो गया ।
घूस-खोरी, चापलूसी, दंगा-फसाद
नेता की , कर्तव्य- निष्ठा हो गया।
वाह रे !
अब तो देश के नेतृत्व का
आधार भी
इंसानो कि जात हो गया ।
आदर्श रक्खे हैं ,
जिन्होने जनता के सामने ,
देखो तो दफ्तर में उनके
वो ही कुर्सी के पीछे हो गया ।
नेता कुर्सी पर जब सवार हो गया
तो आदर्श कुर्सी के पीछे
टँग कर रह गया ॥